मेरठ : धार्मिक स्थल पर पथराव, तोड़फोड़, आगजनी की कोशिश, जानिए पूरा मामला Tez News.
मेरठ : सरधना क्षेत्र के औरंगानगर रार्धना में गुरुवार को प्रेमी युगल (किशोरी और युवक) की मौत के बाद सांप्रदायिक तनाव के बीच माहौल गरमा गया।
आक्रोशित भीड़ और कुछ शरारती तत्वों ने गांव की गलियों में नारेबाजी करते हुए एक धार्मिक स्थल पर पथराव कर दिया। क्लीनिक और घर में तोड़फोड़ कर दी। माहौल बिगाड़ने की नीयत से वाहनों में आगजनी की कोशिश की गई।
पुलिस अधिकारियों और चौबीसी के लोगों ने किसी तरह हालात संभाले। तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए पुलिस फोर्स और पीएसी तैनात की गई है।
जानिए पूरा मामला:-
युवक और किशोरी के अलग-अलग समुदाय के होने के चलते गांव का माहौल कई बार बिगड़ने से बचा। किशोरी की मौत पहले हुई थी, वहीं युवक की मौत रात में हुई। शरारती तत्व और गुस्साए लोग नारेबाजी कर रहे थे। लेकिन मांग उनकी कोई नहीं थी। कुछ गण्यमान्य लोग और चौबीसी के लोग माहौल को भांपकर स्थिति संभालने की कोशिश कर रहे थे। कई बार पथराव और तोड़फोड़ की घटना हुई।
भीड़ में शामिल कुछ लोगों का आरोप था कि गांव के निजी चिकित्सक कमाल ने अपने समुदाय के युवक को तो इलाज के लिए अस्पताल भेज दिया था। जबकि जान बूझकर किशोरी छात्रा को यह कहकर परिजनों से मना कर दिया था कि उसने जहर ही नहीं खाया। हालत बिगड़ने पर परिजन किशोरी को लेकर अस्पताल पहुंचे तो किशोरी ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। डॉक्टर पर इलाज न करने का आरोप लगाकर भीड़ नारेबाजी पर उतर आई।
पथराव, तोड़फोड़, धक्कामुक्की
रात करीब नौ बजे जब तक एसपी देहात राजेश कुमार फोर्स लेकर गांव में पहुंचते, उससे पहले तक शरारती तत्वों ने कई बार आगजनी की कोशिश की। एक धार्मिक स्थल पर भीड़ ने पथराव कर दिया।
डॉ. कमाल के क्लीनिक के अलावा शमशाद के मकान में तोड़फोड़ कर दी गई। इस बीच पुलिस से भी धक्कामुक्की की गई। गांव के बाहर मुख्य तिराहे कुछ शरारती तत्वों ने पुलिस पर भी पथराव कर दिया।
सांप्रदायिक तनाव की सूचना पर एसएसपी अखिलेश कुमार पुलिस फोर्स और पीएसी लेकर गांव में पहुंचे और स्थिति को काबू में किया। एसएसपी ने कहा कि तहरीर दें, पुलिस कार्रवाई करेगी। लेकिन दोनों पक्षों के परिजनों ने कार्रवाई से चुप्पी साध ली और तहरीर नहीं दी।
माहौल नहीं बिगाड़ने देंगे
किशोरी पक्ष की तरफ से भामौरी, आक्खेपुर, रार्धना, खेड़ा, सलावा, कुशावली, ज्वालागढ़ समेत एक दर्जन से अधिक गांवों के लोग भी रार्धना में पहुंचे। चौबीसी, बिरादरी और गण्यमान्य लोगों ने पुलिस अफसरों से कहा कि वह माहौल बिगाडने नहीं देंगे। कुछ ही शरारती तत्व हैं जो गांव में तनाव करा रहे हैं।
गांव में दूसरे समुदाय के लोगों की संख्या कम है। चौबीसी के जिम्मेदार लोगों ने दूसरे समुदाय के एक दर्जन से अधिक घरों से लोगों को सुरक्षित निकाला। कहा कि गांव में तोड़फोड़ या आगजनी नहीं होनी चाहिए।
गांव के दोनों ही समुदाय के लोगों को यही रहना है। देर रात विनोद मैनेजर रार्धना, बजरंगदल के विभाग संयोजक मिलन सोम गांव पहुंचे और बमुश्किल भीड़ को शांत किया। देर रात तक गांव में तनाव का माहौल बना हुआ था। दौराला, जानी, सरूरपुर, खरखौदा, भावनपुर, फलावदा के अलावा जिले के कई थानों की पुलिस के अलावा पीएसी गांव में तैनात थी।
लखनऊ तक पहुंची गूंज
सरधना क्षेत्र में प्रेमी युगल की मौत के बार सांप्रदायिक तनाव की गूंज लखनऊ तक पहुंच गई। शासन से जिले के पुलिस-प्रशासन से अपडेट लिया जाता रहा।
एसपी देहात राजेश कुमार, एसडीएम सरधना अमित भारती और तहसीलदार अविनाश कुमार आधी रात तक सरधना में ही डटे रहे। पिछले बीस दिन में दूसरी बार सरधना क्षेत्र का माहौल बिगाड़ने की कोशिश हुई है।
परिजनों ने किया इंकार
एसपी देहात ने दोनों पक्षों के परिजनों से देर रात बातचीत की। जिसमें कहा गया कि प्रेमी युगल शादी नहीं करना चाहता था। किसी ने यह अफवाह उड़ाई है। दोनों को बात करते हुए देख लिया था। जिसके बाद परिजनों की फटकार से नाराज होकर दोनों ने जान दी।
यह भी चर्चा रही कि युवक ने पहले किशोरी को जहर दिया। उसके बाद खुद खाया, क्योंकि किशोरी की मौत शाम को हो गई थी जबकि युवक की कई घंटे बाद हुई थी।
घरों पर फोर्स तैनात
शरारती तत्वों ने कई बार आगजनी की कोशिश भी की। लेकिन समझदार लोगों ने पुलिस अफसरों के साथ मिलकर दूसरे समुदाय के लोगों के कई घरों पर फोर्स तैनात करा दी। कहा कि कुछ शरारती तत्व आगजनी भी कर सकते हैं। गांव में दमकल की गाड़ियां भी लगाई गई थी।
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