EVM में कैद छत्तीसगढ़ की सरकार का भविष्य, जानिए 71.93 फीसद मतदान का मतलब Tez News.
रायपुर : छत्तीसगढ़ में चौथी सरकार का भाग्य ईवीएम में कैद हो गया है। नई सरकार तय करने के लिए 76.35 फीसद लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। बुधवार को मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुब्रत साहू ने मतदान का अंतिम आंकडा जारी कर दिया।
मंगलवार शाम मतदान का समय समाप्त होने तक निर्वाचन आयोग ने दूसरे चरण की 72 सीटों पर 71.93 फीसद मतदान की जानकारी देते हुए बताया था कि अभी कई बूथों पर कतार में लग चुके लोगों का मतदान जारी है। ऐसे में आंकडा बढ़ेंगा।
इससे पहले 12 नवंबर को प्रथम चरण की 18 सीटों पर 76.39 फीसद मतदान हुआ था। बुधवार को मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुब्रत साहू ने अंतिम आंकडे जारी करते हुए बताया कि राज्य की सभी 90 सीटों के लिए 76.35 लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है जो 2013 के विधानसभा चुनाव में हुए मतदान की तुलना में करीब एक फीसद कम है।
2013 में 77.40 फीसद मतदान हुआ था। उन्होंने बताया सभी मतदान दल लौट आए हैं। इनमें से कुछ ने बुधवार की सुबह स्ट्रांग रूम में ईवीएम जमा किए। स्ट्रांग रूम को जिला निर्वाचन अधिकारी और रिटर्निंग अधिकारियों की मौजूदगी में सील कर दिया गया है। सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। मतगणना के दिन 11 दिसंबर तक 24 घंटे सुरक्षाबल तैनात रहेंगे।
साहू ने बताया कि बेमेतरा जिले के नवागढ़ विधानसभा क्षेत्र के एक बूथ पर ईवीएम को अगरबत्ती दिखाने और नारियल फोड़कर पूजा पाठ करने वाले भाजपा प्रत्याशी दयालदास बघेल को नोटिस देने के निर्देश रिटर्निंग अधिकारी को दिए गए हैं।
सभी 72 सीटों पर वोटिंग प्रतिशत में सबसे अधिक कुरुद विधानसभा क्षेत्र में 88.99 फीसद मतदान हुआ। दूसरे स्थान पर खरसिया में 86.81 हुआ। लुंड्रा में 85.72 प्रतिशत, धर्मजयगढ़ में 85.67 और बसना विधानसभा क्षेत्र में 85 प्रतिशत मतदान हुआ। सबसे कम राजधानी के रायपुर उत्तर में 60.30 और रायपुर पश्चिम में 60.45 प्रतिशत मतदान हुआ।
बेमेतरा में जिला निर्वाचन अधिकारी ने स्ट्रांग रूम के मुख्यद्वार पर दीवार चुनवा दी। शायद यह देश का पहला मामला है। इसके अलावा वहां सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं।
मतदान का ऐसा भी जुनून दिखा कि 50 दिन तक कोमा में रहने के बाद होश में आए कोरिया के हिमांशु मिश्रा ने मतदान करने की इच्छा अपने परिजनों से जताई। बोले- ये सौभाग्य है कि ईश्वर ने इस लोकतंत्र रूपी पर्व में वोट देने के लिए ही मुझे अच्छा किया है। इसके बाद इनके परिजन ने उन्हें बूथ तक ले गए और उन्होंने वोट डाला।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुब्रत साहू ने बताया कि सभी जिलों में राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों की उपस्थिति में स्ट्रांग रूम को डबल लॉक कर सील किया गया है। इनकी सुरक्षा के लिए 28 केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की कंपनी तैनात की गई है। उन्होंने बताया कि 72 विधानसभा क्षेत्रों की सामग्री जमा कराने के बाद सामान्य प्रेक्षकों द्वारा विधानसभावार स्क्रूटनी कर ली गई है।
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